इसरो (ISRO) जैसे महान संगठन की स्थापना देश के एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक विक्रम साराभाई ने की थी। विक्रम साराभाई को भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता भी कहा जाता है। इसरो के अलावा उन्होंने अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र अहमदाबाद और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद जैसे कई महत्वपूर्ण संस्थाओं की स्थापना में योगदान दिया।
. सी वी रमन
सी वी रमन का नाम भारत के महान भौतिक वैज्ञानिक के तौर पर लिया जाता है। साल 1930 में रमन इफ़ेक्ट की खोज के लिए उनको नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सी वी रमन को भारत के सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न से भी नवाजा गया है। रमन को लेनिन शान्ति पुरस्कार भी प्रदान किया गया था
वेंकटरमन ने प्रकाश पर गहन अध्ययन किया। वो इस रहस्य को उजागर करना चाहते थे कि पानी रंगहीन और तरल है परन्तु आंखों को नीला क्यों दिखाई देता है।
. सलीम अली
भारत के “बर्डमैन” नाम से प्रसिद्ध सलीम अली एक महान प्रकृतिवादी और पक्षी विज्ञानी थे जिन्होंने पहली एक ऐसे व्यवस्थित तरीके की खोज की जिसने पक्षी सर्वेक्षण को आसान बना दिया। भारतीय पक्षीविज्ञान के लोकप्रिय वैज्ञानिक सलीम अली को भारत सरकार द्वारा 1958 में पद्म भूषण और 1976 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
. जगदीश चंद्र बोस
भौतिक विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जीवविज्ञान और पुरातत्व का गहरा ज्ञान रखने वाले जगदीश चंद्र बोस भारत के ऐसे पहले रिसर्चर थे जिन्होंने अमेरिकी पेटेंट हासिल किया था। उन्होंने पौधों पर मौसम के बदलाव का अध्ययन किया और बताया कि पौधे भी संवेदनशील होते हैं। पौधों में वृद्धि को मापने के लिए अर्धचंद्राकार का आविष्कार भी जगदीश चंद्र बोस ने ही किया था। वे रेडियो और सूक्ष्म तरंगों पर अध्ययन करने वाले पहले भारतीय वैज्ञानिक थे।
. डॉ. होमी जहांगीर भाभा
होमी जहांगीर भाभा भारत के महान परमाणु वैज्ञानिक थे। उन्हें भारत के परमाणु उर्जा कार्यक्रम का जनक कहा जाता है। उन्होंने देश के परमाणु कार्यक्रम के भावी स्वरूप की मजबूत नींव रखी जिसके चलते भारत आज विश्व के प्रमुख परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा है। उन्होंने कॉस्केट थ्योरी ऑफ इलेक्ट्रान का प्रतिपादन करने के साथ ही कॉस्मिक किरणों पर भी काम किया जो पृथ्वी की ओर आते हुए वायुमंडल में प्रवेश करती है। उन्होंने ‘टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च’ (टीआइएफआर) और ‘भाभा एटॉमिक रिसर्च सेण्टर’ की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
.
To get latest update related to Education sector, do follow us on :-
.
Facebook - https://www.facebook.com/justlearning
.
Instagram - https://www.instagram.com/justlearning_in/
.
Linked In - https://www.linkedin.com/Justlearning/
.
Twitter - https://twitter.com/justlearning_in
.
Also like, share & subscribe our You Tube channel - Just Learning
" />
इसरो (ISRO) जैसे महान संगठन की स्थापना देश के एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक विक्रम साराभाई ने की थी। विक्रम साराभाई को भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता भी कहा जाता है। इसरो के अलावा उन्होंने अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र अहमदाबाद और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद जैसे कई महत्वपूर्ण संस्थाओं की स्थापना में योगदान दिया।
. सी वी रमन
सी वी रमन का नाम भारत के महान भौतिक वैज्ञानिक के तौर पर लिया जाता है। साल 1930 में रमन इफ़ेक्ट की खोज के लिए उनको नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सी वी रमन को भारत के सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न से भी नवाजा गया है। रमन को लेनिन शान्ति पुरस्कार भी प्रदान किया गया था
वेंकटरमन ने प्रकाश पर गहन अध्ययन किया। वो इस रहस्य को उजागर करना चाहते थे कि पानी रंगहीन और तरल है परन्तु आंखों को नीला क्यों दिखाई देता है।
. सलीम अली
भारत के “बर्डमैन” नाम से प्रसिद्ध सलीम अली एक महान प्रकृतिवादी और पक्षी विज्ञानी थे जिन्होंने पहली एक ऐसे व्यवस्थित तरीके की खोज की जिसने पक्षी सर्वेक्षण को आसान बना दिया। भारतीय पक्षीविज्ञान के लोकप्रिय वैज्ञानिक सलीम अली को भारत सरकार द्वारा 1958 में पद्म भूषण और 1976 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
. जगदीश चंद्र बोस
भौतिक विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जीवविज्ञान और पुरातत्व का गहरा ज्ञान रखने वाले जगदीश चंद्र बोस भारत के ऐसे पहले रिसर्चर थे जिन्होंने अमेरिकी पेटेंट हासिल किया था। उन्होंने पौधों पर मौसम के बदलाव का अध्ययन किया और बताया कि पौधे भी संवेदनशील होते हैं। पौधों में वृद्धि को मापने के लिए अर्धचंद्राकार का आविष्कार भी जगदीश चंद्र बोस ने ही किया था। वे रेडियो और सूक्ष्म तरंगों पर अध्ययन करने वाले पहले भारतीय वैज्ञानिक थे।
. डॉ. होमी जहांगीर भाभा
होमी जहांगीर भाभा भारत के महान परमाणु वैज्ञानिक थे। उन्हें भारत के परमाणु उर्जा कार्यक्रम का जनक कहा जाता है। उन्होंने देश के परमाणु कार्यक्रम के भावी स्वरूप की मजबूत नींव रखी जिसके चलते भारत आज विश्व के प्रमुख परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा है। उन्होंने कॉस्केट थ्योरी ऑफ इलेक्ट्रान का प्रतिपादन करने के साथ ही कॉस्मिक किरणों पर भी काम किया जो पृथ्वी की ओर आते हुए वायुमंडल में प्रवेश करती है। उन्होंने ‘टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च’ (टीआइएफआर) और ‘भाभा एटॉमिक रिसर्च सेण्टर’ की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
.
To get latest update related to Education sector, do follow us on :-
.
Facebook - https://www.facebook.com/justlearning
.
Instagram - https://www.instagram.com/justlearning_in/
.
Linked In - https://www.linkedin.com/Justlearning/
.
Twitter - https://twitter.com/justlearning_in
.
Also like, share & subscribe our You Tube channel - Just Learning